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    25 Mar 2022

    छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से राजस्थान को कोयले की सुचारू आपूर्ति के लिए राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम को आवंटित कोल ब्लॉक में माइनिंग करने की स्वीकृति शीघ्र जारी करने का अनुरोध किया। आज छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंचे और इस विषय पर श्री बघेल से मुलाकात की। श्री बघेल को कोयले की कमी से राजस्थान में संभावित ऊर्जा संकट की स्थिति से अवगत कराया। इस महत्वपूर्ण विषय पर छत्तीसगढ़ सरकार के साथ आयोजित बैठक में कहा कि राजस्थान देश के पश्चिमी भाग में अंतिम छोर पर स्थित है। यहां का अधिकांश भू-भाग रेगिस्तानी है। जहां बिजली के लिए न तो हाइड्रो पावर की उपलब्धता है और न ही कोयले की उपलब्धता है। राजस्थान की करीब 4340 मेगावाट क्षमता की थर्मल इकाइयां कोयला आपूर्ति के लिए मुख्यतया छत्तीसगढ़ पर निर्भर है। भारत सरकार ने राजस्थान को वर्ष 2015 में इन इकाइयों के लिए छत्तीसगढ़ के पारसा ईस्ट-कांटा बासन (पीईकेबी) में 15 एमटीपीए तथा पारसा में 5 एमटीपीए क्षमता के कोल ब्लॉक आवंटित किए थे। बताया कि पारसा ईस्ट-कांटा बासन कोल ब्लॉक के प्रथम चरण में खनन इस माह में पूरा हो चुका है। इस माह के बाद राजस्थान की विद्युत उत्पादन इकाइयों के लिए यहां से कोयले की आपूर्ति नहीं हो सकेगी। जिससे राज्य में विद्युत संकट उत्पन्न हो सकता है। राजस्थान के लोगों की तरफ से बड़ी उम्मीद के साथ छत्तीसगढ़ आए हैं और छत्तीसगढ़ से समय पर मदद मिलना आवश्यक है। मुझे पूरी उम्मीद है कि प्रदेश को ऊर्जा संकट से बचाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार जल्द फैसला लेगी। यद्यपि छत्तीसगढ़ की पर्यावरण संबंधी स्थानीय चिंताएं स्वाभाविक हैं, लेकिन केन्द्र के समुचित आकलन के बाद ही राजस्थान को कोल ब्लॉक आवंटित किए गए हैं और संबंधित मंत्रालयों से इसकी सक्षम स्वीकृति जारी भी हो चुकी हैं। ऐसे में, पर्यावरण संरक्षण और राजस्थान की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार इस विषय पर जल्द समुचित सकारात्मक निर्णय ले। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राजस्थान की जरूरतों के मद्देनजर आश्वस्त किया कि राजस्थान को कोयला आपूर्ति के लिए विधिवत कार्यवाही की जा रही है। पर्यावरण संरक्षण, स्थानीय हितों एवं नियमों के अनुरूप सकारात्मक सोच के साथ अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। केन्द्र सरकार एवं राजस्थान सरकार से इस विषय को लेकर लगातार पत्राचार भी होता रहा है, लेकिन पहली बार किसी राज्य के मुख्यमंत्री अपने प्रदेश के हित में इस विषय को लेकर स्वयं छत्तीसगढ़ आए हैं। इस दौरान ऊर्जा राज्यमंत्री श्री भंवर सिंह भाटी, अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा श्री सुबोध अग्रवाल, प्रमुख सचिव श्री कुलदीप रांका, राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम के सीएमडी श्री आरके शर्मा भी उपस्थित थे। छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से वहां के वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, वन विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ, खनिज विभाग के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेसी, ऊर्जा सचिव श्री अंकित आनन्द मौजूद थे।